Monday, 28 July 2025

कश्मकश

कश्मकश,

क्या है लक्ष्य,

वो जो बदलता रहता है हर नए साल,

या छोटी छोटी खुशियाँ,

जो हम बटोरते हैं, आये दिन,


कश्मकश,

क्या मायने हैं जीवन के ,

मायने हैं भी या नहीं,

रोजमर्रा की जद्दोजहद किसलिए,

क्या किसी बड़ी तरकीब के,

हम छोटे छोटे पुर्जे हैं,


कश्मकश,

धर्म और प्रेम, 

जो पराकाष्ठा हैं,

श्रद्धा और निष्ठा की,

क्या है इनकी जगह जीवन में,

केंद्र या परिधि, 

या दोनों के बीच कहीं,


कश्मकश,

मैं, मेरा, मेरे अपने, 

हम सभी, हमारे सभी, 

क्या है प्रेम की सीमा, 

क्या है धर्म की प्रेरणा, 


कश्मकश,

गहन खोज का रास्ता, 

या आसान रोजमर्रा की ज़िन्दगी, 

खोज सतत और निरंतर, 

अनंत असीम विषयवस्तु, ढूँढने के लिए , 

आदतें सरल,


इनके बीच है, 

प्रेम की झलक,

मदिरा का आलिंगन,

कविता, चित्र, 

परिपेक्ष्य की खोज, 

और कश्मकश….